हालांकि, कांग्रेस के समर्थकों का कहना है कि उन्हें ज्यादातर कमजोर सीटें दी गई थीं। सच यह है कि कांग्रेस को उसकी गुटबाजी ले डूबी। चुनाव नतीजे के बाद सदाकत आश्रम में कांग्रेसी नेताओं ने ही बिहार नेतृत्व पर रुपए लेकर टिकट देने का आरोप लगाया। इन आरोपों की जांच करके प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास रिपोर्ट आलाकमान को दे चुके हैं। अब कार्रवाई की बारी है।