जम्मू, जागरण संवाददाता: किसान अब पहले जैसा नहीं रहा, दिन-प्रतिदिन बदल रहा है। अब उसे मार्केट का पूरा ज्ञान होने लगा है। अपने कृषि उत्पाद के सही दाम पाने के तरीकों से भी अवगत होने लगा है। आज किसानों को मालूम होने लगा है कि वे जब तक समूह में अपना काम नहीं करेंगे, उनका भला संभव नहीं। यही कारण है कि जम्मू में इन दिनों किसान समूह बनाने में जुटे हैं। सहकारी समितियां तो बन ही रही हैं, महिलाएं भी सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर खेती के काम को मिलकर आगे बढ़ाने में जुटी हुई हैं। इससे इन किसानों की राह और आसान हो रही हैं।