देश में गणतंत्र की घोषणा के साथ ही शहर के मेस्टन रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय तिलक हाल में 25 जनवरी 1950 को पहली बार कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ था। कार्यक्रम जरूर तिलक हाल में था, लेकिन व्यवस्थाएं प्रशासन ने की थीं। बालकृष्ण शर्मा नवीन, छैल बिहारी दीक्षित कंटक, दयाशंकर दीक्षित 'देहाती जी', सनेही जी जैसे नामचीन कवियों को सुनने के लिए तिलक हाल खचाखच भर गया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकरदत्त मिश्र बताते हैं, तब कवियों को सुनने के लिए आने वाले दूसरे दिन जुलूस में भी शामिल होते थे। 1967 में कांग्रेस की आपसी कलह से यह सिलसिला टूट गया। हालांकि, अगले साल फूलबाग में कवि सम्मेलन हुआ। इसके बाद से वो भी बंद हो गया।