इस चुनाव में जनता दल की आंधी चली और कानपुर से ही नहीं प्रदेश से भी कांग्रेस के पांव उखडऩे लगे। उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के अंतिम मुख्यमंत्री थे। उसके बाद प्रदेश में फिर सरकार नहीं बनी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शंकरदत्त मिश्र बताते हैं कि उस वक्त जेपी की आंधी चल रही थी। जनता उन्हें पसंद करती थी, इसीलिए उन्हें लोक नायक और जन नेता भी कहा जाता है। ऐसे में कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं टिक पाए और जनता पार्टी ने चुनाव तो जीता ही, प्रदेश को कई मुख्यमंत्री भी दिए।