मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत ने जिला मुख्यालय पहुंच जिलाधिकारी कार्यालय में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, उद्योग आदि विभागों की समीक्षा कर अधिकारियों को दिशा निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जिले के जिन 208 तोकों में विद्युतीकरण नही किया गया है उन पर प्राथमिकता से काम करें। सड़कों में जिन काश्तकारों के अभी तक मुआवजे के मामले लंबित है उनको जल्द निपटाया जाए। चिकित्सकों की कमी जल्द दूर करने की भी बात उन्होंने कही। उन्होंने उद्योग, उद्यान, कृषि विभाग को स्वरोजगार को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कलस्टर आधारित विकास किया जाए। ऐसी खेती को बढ़ावा दिया जाए जिसे जंगली जानवर बंदर, सुअर बर्बाद नही करते है। उन्होंने अधिकारियों का लेमन ग्रास, ऐरोमेटिक पौधों आदि को विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले में पहले मैंगो ¨जजर हुआ करता था। जो अब खत्म हो गया है। उस पर काम किया जा सकता है। मधुमख्खी की ऐसी प्रजाति पहाड़ में पाई जाती है जो काटती नही है। लेकिन दस गुना तक शहद देती है।