रविवार को प्रदर्शन कर संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि कि चीन उत्तर पूर्व में अपनी ताकत बढ़ा रहा है। इसके लिए आक्रामक हथियार व सैनिक अड्डे बना रहा है। इसके विपरीत इस क्षेत्र में भारत रेल लाइन भी नहीं बिछा रहा है, जबकि रेल लाइन सामरिक व विकास दोनों तरह से देश के लिए फायदेमंद है। समिति की अध्यक्ष नीमा दफौटी ने कहा कि सन 1882 में प्रस्तावित और 1912 में सर्वेक्षित रेल मार्ग का निर्माण तत्काल किया जाए। पहाड़ में विकास के लिए रेल लाइन को होना अत्यंत आवश्यक है। संयोजक खड़क राम आर्या ने कहा कि पंचेश्वर बांध को रेल लाइन निर्माण के लिए बाधा बताया जा रहा है। लेकिन विकास के दृष्टिकोण से रेल लाइन ज्यादा महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में हयात सिंह मेहता, गिरीश चंद्र पाठक, मोहन चंद्र जोशी, केशवानंद जोशी, प्रकाश चंद्र जोशी, देवल सिंह, नरसिंह खेतवाल, खीम ंिसंह मेहता, मनोज कुमार, सूरज चौबे, मालती पांडे, विद्या कांडपाल, गीता देवी, हेमा जोशी, ललिता कार्की, तारा जोशी आदि मौजूद रहे।