अमितपोपली,झज्जर:पल-प्रति-पलमौतकेसायेमेंबैठेरहनेवाले,घर-परिवारसेदूरनितांतनिर्जनमेंकर्तव्यनिर्वहनकरनेवालेजांबा•ासैनिकहीपरिवारसेहोनेवालीबातचीतमेंकहसकतेहैंकिमेरीचितामतकरना।कुनबेकाध्यानरखना।जीहां,मंगलवारकोआखिरीदफापरिवारसेबातकरनेवालेशहीदविक्रांतसहरावतनेअपनीमां,पत्नीऔरपरिवारकेअन्यसदस्योंकोवहांकेहालातबतातेहुएकहाथाकिलगातारफ्लाइंगहोरहीहैं,दिनरात-जहाजचलरहेहै,पतानहींकबदसमिनटमेंसंदेशआजाए,जानापड़ेगा।इधर,शहीदविक्रांतकेघरकेबाहरएकअलगतरहकीचुप्पीदिखाईदी।हरकोईएक-दूसरेसेआंखोंसेहीबातकररहाथा।एकओरजहांशब्दोंकोसंभालकरमुंहसेनिकालाजारहाथा,वहींपिताकेसाथबैठेबड़ीसंख्यामेंग्रामीणइसबातसेभीफर्कमेंदिखेंकिगांवकेबेटेकेकारणआजदेशमेंउनकानामहुआहै।उधर,विक्रांतकीमांऔरपत्नीकोहिम्मतबंधानेवालीमहिलाएंभीकाफीमजबूतदिखाईदी।कहनाथाकिबच्चोंकोसंभालनाभीजरूरीहै,इसलिएस्वयंहिम्मतरखों।---हमारेसाथतोहोगयाऔरमांओंकेसाथनहींहोनाचाहिएशहीदविक्रांतकीचाचीकमलेश,मांकांताएवंअन्यमहिलाओंकोहिम्मतबंधानेकेसाथ-साथयहभीकहरहीथी,जवाबजोरदारढंगसेदियाजानाचाहिए।हमारेसाथतोहोगया,लेकिनजोऔरमांअपनेबेटेकीचिताकररहीहै,उनकेसाथऐसानहींहोनाचाहिए।इसलिएसख्तकदमउठानाजानाजरूरीबनताहै।विक्रांतकीशहादतकीइससूचनाकेबादपरिवारएवंगांवकेसभीसदस्यएकजुटदिखाईदिए।सैनिककेपरिवारकीहिम्मतकोभीहरकोईसलामकरताहुआदिखा।पिताजहांकुछज्यादाकहपानेकीस्थितिमेंहींनहींदिखें,वहींघरकेबाहरखड़ेबड़ीसंख्यामेंलोगभीकाफीव्यथितदिखाईदिए।शहरसेभीबड़ीसंख्यामेंपहुंचतेहुएलोगोंनेशहीदकीशहादतकोनमनकरतेहुएपरिवारकेसाथखड़ाहोनेकीबातकहीहै।
----48वर्षबादभदानीकालालहुआदेशकेलिएशहीदजिलामुख्यालयसेकरीब10किलोमीटरकीदूरीपरबसेगांवभदानीकीआबादीकरीब4500है।गांवकीगलियांपक्कीहैऔरमकानभीबढि़याबनेहुएहै।सेनाकेप्रतिगांवकेलोगोंकालगावभीकिसीसेछिपानहींहै।आजभीसेनामेंकरीबएकसौसेअधिकजवानदेशकीसेवाकररहेहैं।जवानोंमें19जवानएयरफोर्समेंहै।प्रथमविश्वयुद्धसेलेकर1971मेंहुएभारतपाकिस्तानयुद्धकेदौरानतक,गांवके10लोगोंनेशहादतदीहै।जिन्हेंदेशनमनकरताहै।जबकिबड़ीसंख्यासेनासेसेवानिवृतलोगोंकीभीहै।जोकिसेनाकेकिस्सोंसेगांवकीयुवापीढ़ीकोदेशसेवासेजोड़नेकाकामकररहेहै।शहादतकीबातहोतोआखिरीशहीदलांसनायकराजबीरदेशवालथे।पहलवानीकेशौकीनराजबीरदेशवालनेपाकिस्तानकेसाथसन1971मेंहुएयुद्धकेदौरानशहादतदीथी।48वर्षकेबादएकदफाफिरभदानीगांवकीमिट्टीमेंजन्मेइसलालनेदेशसेवाकेलिएअपनेप्राणोंकोन्यौछावरकियाहै।जिसकेपार्थिवशरीरकागांवमेंपहुंचनेकेलिएसभीबड़ीबेसब्रीसेइंतजारकररहेहैं।----6फीटकेहंसमुखविक्रांतकाअदम्यसाहसमेंनहींथाकोईसानीटैक्नीकलपोस्टसेएयरफोर्समेंभर्तीहोनेवालेविक्रांतसहरावतअदम्यसाहसीथे।जीजाराकेशनेबतायाकिउनकीशादी2003मेंहुईथी,उसकेबादभीविक्रांतकीज्वाइंनिगहुईथी।क्रिकेटकेशौकीनविक्रांतअपनेशरीरऔरस्वास्थ्यकाभीखासख्यालरखतेथे।तमिलनाडूमेंबच्चोंकेफंसजानेकेदौरानकारेस्कयूहोयाकेरलमेंआएतूफानकेदौरानकारेस्कयूआप्रेशन,दोनोंदौरानउन्होंनेबेहतरकरदिखाया।यहअकेलाऐसामौकानहींथा,अलग-अलगस्थानोंकीपोस्टिगकेदौरानविक्रांतनेकईदफारेस्कयूआप्रेशनकेदौरानअच्छाकरदिखायाहै।