संवादसहयोगी,पद्धर:मंडीजिलेकीचौहारघाटीमेंइसबारआलूकीबंपरफसलहोनेकीउम्मीदजगीहै।जुलाईकेप्रथमपखवाड़ेमेंचौहारघाटीकाआलूपठानकोट,अमृतसरऔरअंबालाकीमंडियोंमेंदस्तकदेगा।किसानोंकीमानेंतोमक्कीकीबिजाईकाकार्यपूराहोचुकाहै।अबमटरकीबिजाईकेलिएखेतोंकोतैयारकरनेमेंजुटगएहैं।इसकेबादआलूकासीजनशुरूहोजाएगा।
विडंबनातोयहहैकिबंपरफसलकेबावजूदचौहारघाटीकेकिसानोंकोआलूबेहतरदामनहींमिलपातेहैं।आलूकोस्टोरकरनेकीव्यवस्थानहोनेकेकारणकिसानोंकोनुकसानझेलनापड़ताहै।चुनावकेदौरानयहांविभिन्नदलोंकेराजनेताकिसानोंकोस्टोरेजव्यवस्थाकेसाथ-साथचिप्सफैक्ट्रीलगानेकेवादेतोकरतेआएहैं,लेकिनहकीकतमेंहुआकुछनहींहै।
किसानफतेचंद,मिसूराम,काहनचंद,रामनाथ,केहरसिंह,दिलेराम,भादरसिंह,शेषराम,बालकराम,रामसिंह,जयसिंहइत्यादिकाकहनाहैकिचौहारघाटीमेंकरीबएकहजारहेक्टेयरसेभीअधिकभूमिमेंआलूकीखेतीकीजातीहै।बंपरपैदावारकेबावजूदकिसानोंकीआमदनीमेंइजाफानहींहोरहाहै।वजहयहीहैकिआलूकीस्टोरेजकोलेकरकोईव्यवस्थानहींहै।जल्दीनबेचाजाएतोआलूसड़जाताहै।इसकारणकमभावमेंहीकिसानोंकोआलूबेचनापड़ताहै।
किसानोंकाकहनाहैकिचौहारघाटीमेंआलूआधारितजैसेचिप्सयाअन्यउद्योगसरकारलगादेतोहरछोटा-बड़ाकिसानआर्थिकरूपसेस्वावलंबीहोसकताहै।इसकीमांगकिसानोंनेप्रदेशसरकारसेउठाईहै।यहांकेकईकिसानोंनेखेतोंमेंसेबकीप्लांटेशनभीकीहै।इसकेबीचमेंआलूकीबेहतरीनबिजाईकीगईहै।चौहारघाटीकेकिसानोंकोसिंचाईसुविधाकेलिएविस्तृतप्रोजेक्टरिपोर्ट(डीपीआर)तैयारकीजारहीहै।भविष्यमेंयहांआलूआधारितउद्योगलगानेकेप्रयासकिएजाएंगे।
-जवाहरठाकुर,विधायक।चौहारघाटीमेंआलूआधारितउद्योगलगानेकोलेकरलोकसभामेंआवाजबुलंदकीजाएगी,जिससेयहांकेकिसानोंकोलाभहोसके।
-प्रतिभासिंह,सांसदमंडीसंसदीयक्षेत्र।