संवादसहयोगी,लाडवा:आंतकीसंगठनबब्बरखालसाइंटरनेशनलकेसाथलाडवाखंडकेगांवनिवारसीकेरूपिद्रसिंहउर्फराजूकानामआनेसेग्रामीणभीअचंभितहैं।कपड़ेकीदुकानपरसेल्समैनकाकामकरनेवालेरूपिद्रकासाधारणसापरिवारहै।परिवारमेंगरीबीहैऔरमजदूरीकरकेघरकाखर्चचलरहाथा।पांचदिनपहलेगांवसेगायबहुएरूपिद्रकेबारेमेंकोईनहींजानता।इसकीतलाशमेंपुलिसवखुफियातंत्रसरगर्मीसेजुटाहुआहै,लेकिनउसकाकोईसुरागनहींलगपारहा।परिजनोंकाकहनाहैकिपिछलेपांचदिनसेउनकारूपिद्रकेसाथकोईसंपर्कनहींहुआ।
गांवनिवारसीनिवासीरूपिद्रअपनेमाता-पिताकेसाथगांवमेंहीरहताथाऔरलाडवामेंकपड़ेकीदुकानपरसेल्समैनकाकामकरताथा।उसकेपितागांवमेंआटाचक्कीलगातेहैं।परिवारमेंगरीबीहै,मजदूरीकरकेहीघरकाखर्चचलरहाहै।रुपिद्रसिंहदोभाईवदोबहनेंहैं।दोनोंबहनोंकीशादीहोचुकीहैऔरउसकाभाईपिछलेवर्षहीमलेशियासेआयाहै।उसकेपिताजोगिद्रसिंहवमाताहरदीपकौरनेबतायाकिवहकिसीसंगठनसेजुड़ाहुआनहींहै,बल्किउसेफंसायाजारहाहै।वहतोलाडवामेंकपड़ेकीदुकानपरसेल्समैनकाकामकरताथा।प्रतिदिनसुबहगांवकेगुरुद्वारेमेंपाठकरनाउसकीदिनचर्याथी।यहींनहींगांववासीभीउसेनेकशरीफवमिलनसारबतातेहैं।उन्होंनेबतायाकिवहहरमहीनेछुट्टीलेकरअमृतसरगुरुद्वारेमेंजरूरजाताथा।शनिवारकोभीवहदुकानसेछुट्टीलेकरगयाथा,लेकिनवापसनहींलौटा।रुपिद्रसिंहउर्फराजूसेआंतकीसंगठनबब्बरखालसाइंटरनेशनलकेतारेजुड़ेहोनेकीखबरसेक्षेत्रमेंदहशतकामाहौलहै।
गौरतलबहैकिगांवनिवारसीकेरुपिद्रसिंहकानामउनआठलोगोंमेंशामिलहै,जिनकेखिलाफमोहालीमेंबब्बरखालसाऔरकश्मीरकेआंतकीसंगठनोंसेजुड़ेहोनेकामामलादर्जहै।मोहालीस्टेटस्पेशलऑपरेशनसेलनेखालिस्तानीआतंकीसंगठनबब्बरखालसाकेपांचसदस्यकोशनिवाररातगिरफ्तारकियाथातथाएकआरोपितकोबादमेंगिरफ्तारकियाथा।अभीभीदोआरोपितफरारहैं,जिनमेंरुपिद्रसिंहउर्फराजूकानामभीशामिलहै।