दवानहोनेकेकारणग्रामीणोंकोहोरहीपरेशानी
गांवमेंसुविधाओंकेनामपरभेदभावकाआरोपसंवादसहयोगी,असंध:गांवसालवनकेग्रामीणोंनेबुधवारसुबहस्थानीयपशुअस्पतालकोतालाजड़करप्रदर्शनकिया।ग्रामीणोंमेंगोरक्षादलकेसदस्यभीशामिलथे।डॉक्टरोंकीलेटलतीफीऔरमनमानीसेतंगआकरग्रामीणोंनेयहकदमउठाया।सर्जनराजेशकुमारकेआश्वासनकेबादग्रामीणोंनेअस्पतालकातालाखोलदिया।
ग्रामीणोंनेआरोपलगायाकिसालवनजिलेकासबसेबड़ागांवहै,लेकिनसुविधाओंकेनामपरगांवकेसाथभेदभावकियाहै।गांवमेंपशुअस्पतालतोबनादिया,लेकिनयहांकोईभीडॉक्टरकीनियुक्तिनहींकीगई।कार्यकारीचार्जकेसहारेलगभग35000कीआबादीवालेगांवकाकामचलायाजारहाहै।उन्होंनेकहाकिगांवकेलोगोंकोपशुअस्पतालसेकोईभीसुविधानहींमिलती।ग्रामीणराकेश,दीपक,पदमा,भोलर,अशोक,मग्गा,जयबीर,राजकुमारऔररा¨जदरनेसरकारकेखिलाफगुस्साजाहिरकिया।
ग्रामीणोंनेकहाकिएकतरफतोसरकारपशुधनकोबढ़ावादेनेकीबातकररहीहै।दुधारूनस्लोंकेपालनकेलिएकिसानोंकोहिदायतेंदेरहीहै,लेकिनजमीनीस्तरपरसबकुछउल्टहै।उन्होंनेकहाकिगांवमेंपशुओंकेलिएकिसीभीप्रकारकाकोईइंजेक्शननहींहै,नहीपशुओंकेलिएसरकारकीओरसेदवाभेजीजातीहै।ग्रामीणोंनेबतायाकिगांवकेलोगोकामुख्यव्यवसायकृषिऔरपशुपालनहै।लोगअपनीजीविकाचलानेकेलिएपशुओंपरनिर्भररहेहै।अगरपशुबीमारहोजाताहैतोलोगोकोप्राइवेटइलाजकरानापड़ताहै।जोबहुतहीमहंगापड़ताहै।उन्होंनेकहाकिसरकारकेस्थानीयनेतागांवकीअनदेखीकररहेहै,जिससेगांवपिछड़ताजारहाहै।उन्होंनेकहाकिपर्याप्तमात्रामेंनस्लचेंजकरनेवालेइंजेक्शनभीअस्पतालमेंउपलब्धनहींहै।
कार्यकारीचार्जसंभालरहेडॉ.राजेशनेबतायाकिगांवकाफीबड़ाहै,जिससेदवाकीपूर्तिनहींहोपाती।जोदवासरकारकीतरफसेआतीहैंवहसबलगजातीहै।बाकीजोभीग्रामीणोंकीसमस्याहैवहसुनलीगईहै।ग्रामीणअगरलिखितमेंशिकायतदेंगेतोउसेआलाअधिकारियोंकोभेजदियाजाएगा।