घर के नजदीक आते ही भूल गए तीन सौ किमी पैदल चलने का दर्द

जांच

जागरणसंवाददाताहलिया(मीरजापुर):विकासखंडकेसगरा,अहुगीतथाबरौंधाकेदसश्रमिकप्रदेशकेमहोबाजिलेमेंरहकरमजदूरीकाकामकरतेथे।लॉकडाउनहोनेकेकारणघरआनेकेलिएकोईसाधननहींमिलनेपर18अप्रैलकोअपनेघरोंकेलिएपैदलहीरास्ताअख्तियारकरलिया।घरकेलिएपैदलचलेश्रमिकोंकाजत्थाशुक्रवारशामराष्ट्रीयराजमार्गसातकेकिनारेगांवदुर्जनीपुरपहुंचा।जहांथकेहारेश्रमिकोंनेअपनीव्यथागांववालोंकोबताईतोगांववालोंनेउन्हेंरातरूकनेकाइंतजामकियातथाभोजनउपलब्धकराया।शनिवारसुबहसभीश्रमिकअपनेघरोंकेलिएअलगअलगराहचुनकरचलदिए।

सगरागांवनिवासीश्रमिकआशीष,कमलेशवअशोककोलनेबतायाकिदुर्जनीपुरस्कूलमेंग्रामीणोंकेसहयोगसेरातबिताई।जहांभोजनपानीकीव्यवस्थाग्रामीणोंद्वाराकीगई।चारसाथीबरौंधातथातीनअन्यसाथीरामधर,श्यामधर,चेतनअहुगीगांवकेलिएपैदलहीरवानाहोगए।श्रमिकआशीषकोलनेकोरानावायरसकीजांचकीपर्चीदिखातेहुएबतायाकिसभीकीजांचमहोबातथारास्तेमेंकर्वीमेंकीगईथी।सभीपैदलही18तारीखकोघरकेलिएनिकलेहैं।रास्तेमेंलोगोंकेसहयोगसेखानापानीमिलतागया।श्रमिकोंनेबतायाकिघरआनेकीखुशीमेंसफरकैसेबीततागयापताहीनहींचला।हलियाड्रमंडगंजमार्गसेघरोंकीओरजारहेश्रमिकोंकोजबपताचलाकिसगरागांवमात्रबीसकिलोमीटरदूरहैतोउनकीखुशीकाठिकानानहींरहा।श्रमिकोंकेचेहरेपरथकावटसाफझलकरहीथीलेकिनघरपहुंचनेकीखुशीमेंसारीथकानगायबहोगईथी।