खुद में इतिहास संजोए मसलाणा गांव

जांच

नीरजपराशर,चितपूर्णी

इतिहासकेविषयमेंरुचिरखनेवालोंकेलिएआजभीअम्बउपमंडलकाछोटासागांवमसलाणाजिज्ञासाकाकेंद्रहै।कारणयहकिइसगांवमेंइतिहाससेजुड़ेअंशमौजूदहैं।गांवमेंवर्ष1171केआसपासजगन्नाथपुरीसेलाईगईचंदनकीभगवानकीजगन्नाथकीमूर्तिरहस्यसेकमनहींहै।वहींद्वितीयविश्वयुद्धसेपहलेभारतवपड़ोसीदेशोंकेसैनिकोंद्वाराकिएगएयुद्धाभ्यासकेनिशानभीमौजूदहैं।प्राकृतिकसुंदरतासेभरपूरयहगांवपर्यटनकीदृष्टिसेभीमहत्वपूर्णस्थलहोसकताहै।क्योंकिजिलाकेएकमात्रइसगांवमेंप्राकृतिकझरनेभीबहतेहैं।गांवमेंस्थितऐसीधरोहरोंकोसंजोनेकेलिएसरकारीस्तरपरप्रयासहीनहींहुए।चारोंतरफपहाड़ियोंवचीड़केपेड़ोंसेढकेइसगांवमेंअगरसरकारध्यानदेतोपर्यटकोंकोलुभानेकेलिएयहांकाफीकुछहै।

सदियोंपुरानीमूर्तिहैगांवमें

मसलाणागांवकेअंतिमछोरपरभगवानजगन्नाथकाऐतिहासिकमंदिरहै।मंदिरमेंसदियोंपुरानीमूर्तिविराजमानहै।बतातेहैंभगवानजगन्नाथकीमूर्तिकोओडिशासेबनवाकरसाथलगतेराजपुराजसवांकेकिलेमेंलायाजानाथा।कहारमूर्तिकोमसलाणातकउठाकरलेआए।फिरकुछदेरविश्रामकरनेकेलिएमूर्तिकोवहींरखदिया।उसकेबादजहांमूर्तिरखीथी,वहांसेउठानेमेंकहारसफलनहींहोपाए।यहभीएकरहस्यहीहैकिओडिशासेकईबारमूर्तिकोअन्यस्थानोंपररखागया,लेकिनमसलाणामेंजिसजगहअबमंदिरबनाहै,वहांसेमूर्तिकोक्योंवहींस्थापितहोगई।किवदंतीकेअनुसारराजानेमजबूरीमेंफिरउसीजगहभगवानकामंदिरबनादिया।चंदनसेबनीमूर्तिअबभीमंदिरमेंविद्यमानहै।इसस्थलपरकईभक्तदर्शनकरनेपहुंचतेहैं।मंदिरकेसंचालकमहतमंगलपुरीबतातेहैंचंदनसेबनीयहमूर्तिइतनेलंबेसमयबादभीठीकअवस्थामेंहै।

दर्शनीयवमनोरमस्थानहैमसलाणा

मसलाणागांवराष्ट्रीयराजमार्गनादौन-अम्बसेमहजतीनकिलोमीटरकीदूरीपरहै।ऊंचेपहाड़ीटीलों,झरनोंवपेड़ोंकाअत्याधिकघनत्वहोनेकेकारणमसलाणाकीसुंदरतादर्शनीयवमनोरमलगतीहै।

इसगांवमेंभारतीयवपड़ोसीदेशोंद्वाराद्वितीयविश्वयुद्धसेपूर्वअभ्यासकियागयाथा।युद्धाभ्यासकेनिशानआजभीगांवमेंमौजूदहैं।गांववसाथलगतेजंगलमेंसैनिकोंद्वाराखोदीगईखातियां(सैनिकोंकेछिपनेकीजगह,जिसकाआकारकुएंजैसाहोता)अबभीमौजूदहैं।इनकीसंख्या15सेज्यादाहै।कईबारघासलातेवक्तसैनिकोंद्वाराचलाईगईगोलियोंकेअंशभीग्रामीणोंकोमिलतेरहेहैं।

-जमनादास,ग्रामीण

बुजुर्गोसेहमनेभीसैनिकोंद्वाराअभ्यासकरनेकेबारेमेंसुनाहै।इसकेअलावामसलाणागांवकीखड्डमेंराहगीरोंकेलिएराजाओंद्वाराबनाईगईबावड़ियांभीहैं।

अनिलशर्मा,पंचायतउपप्रधान

मसलाणाकेउसपारराजपुराजसवांकाकिलाभीहै।यहस्थानऐतिहासिकदृष्टिसेमहत्वरखताहैलेकिननतोकिलेकाजीर्णोद्धारकियागयाऔरनहीजगन्नाथमंदिरकीसरकारनेसुधली।अगरसरकारप्रयासकरेतोइसगांवकोखूबसूरतपर्यटकस्थलकेरूपमेंविकसितकियाजासकताहै।

-सुखदेवसिंह,पंचायतप्रधान।