संवादसहयोगी,करौं(देवघर):इसवर्षअच्छीबारिशहोनेसेखेतोंमेंधानकीफसलेंलहलहाउठीहैं।
लहलहातेधानकीफसलदेखकरकिसानोंकेचेहरेपरलालीसाफदिखरहीहै।पांचवर्षकेबादयहस्थितिदेखनेकोमिलरहीहै।
कृषिविभागकेमानेंतोइसवर्षशतप्रतिशतधानआच्छादनहुआहै।बेहतरमौसमहोनेकेकारणअच्छीफसलहोनेकीउम्मीदहै।मौसमकेबदलावनेकिसानोंकीकिस्मतबदलदीहै।बारिशसेखेतोंकीनमीबरकरारहै।इससेकिसानराहतमहसूसकररहेहैं।सिंचाईकाबजटयूरियाछिड़कावमेंखर्चकरकिसानसकुनमहसूसकररहेहैं।शिबूसिंह,कोदोपंडित,आनंदमंडल,सुनीलमंडल,उत्तमसिंह,नवलकिशोरसिंह,इन्दुसिंहआदिकिसानोंकाकहनाहैकिमौसमकारुखधानकीफसलोंकेअनुरूपहोनेएवंधानमेंबालीआनेसेउत्पादनहरवर्षकीअपेक्षाबेहतरहोगी।उल्लेखनीयहैकिप्रखंडमें80फीसदपरिवारोंकीजीविकाखेतीपरनिर्भरहै।फसलकीअच्छीपैदावारहोनेपरकिसानोंकेघरमेंपर्व-त्योहारकेदौरानउमंगरहतीहै।अगरजिसवर्षअच्छीपैदावारनहींहोतीतोपरिवारउदासीनहोजातेहैं।