परिवार और समाज को स्वस्थ रखना है तो प्राकृतिक खेती की ओर लौटना होगा

जांच

रविशंकर।देशमेंकृषिकोबढ़ावादेनेकेनामपरलंबेअर्सेसेप्रयोगहोरहेकेमिकलयुक्तखादोंऔरकीटनाशकोंसेजहरीलीहोरहीधरतीअबअपनीउपजाऊशक्तिभीखोनेलगीहै।इससेखाद्यसामग्रियांभीजहरीलीहोनेलगीहैं।धरतीकोरसायनोंसेमुक्तिदिलानेऔरदेशकेनागरिकोंकोशुद्धखाद्यान्नपदार्थउपलब्धकरवानेकीदृष्टिसेइनदिनोंशून्यलागतआधारितप्राकृतिकखेतीएकबड़ाविकल्पबनकरउभरीहै।हालमेंप्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेकिसानोंकोप्राकृतिकखेतीकेफायदोंकेबारेमेंबतायाहै।देशकेअधिकांशकिसानोंकेपासदोहेक्टेयरसेकमखेतीयोग्यजमीनहै।इनकाकाफीखर्चरसायनोंकीखरीदपरहोताहै।अगरवेप्राकृतिकखेतीकीतरफमुड़ेंगेतोउनकीस्थितिबेहतरहोगी।

कृषिसेजुड़ेप्राचीनज्ञानकोहमेंनसिर्फफिरसेसीखनेकीजरूरतहै,बल्किउसेआधुनिकसमयकेहिसाबसेतराशनेकीभीदरकारहै।वर्तमानमेंकृषिऔरसंबद्धक्षेत्रकादेशकेसकलघरेलूउत्पाद(जीडीपी)में13.6प्रतिशतयोगदानहै।यहक्षेत्रदेशकी60प्रतिशतआबादीकोप्रत्यक्षतौरपररोजगारमुहैयाकरवाताहै,लेकिनदेशभरमेंकिसानोंकीआर्थिकस्थितिठीकनहींहै।

उत्पादनऔरमूल्यप्राप्तिदोनोंमेंअनिश्चितताकीवजहसेकिसानउच्चलागतवालीकृषिकेदुष्चक्रमेंफंसगएहैं।इतनाहीनहींकेमिकलयुक्तखेतीसेप्रकृतिऔरमनुष्यकेस्वास्थ्यमेंकाफीगिरावटआईहै।इससंकटसेकिसानोंकोनिकालनेऔरउनकेदीर्घकालिककल्याणकेलिएहमेंप्राकृतिकखेतीकीतरफअग्रसरहोनाहोगा।यदिकिसानप्राकृतिकखेतीकरेंतोउन्हेंअपनेउत्पादकोऔने-पौनेदामोंमेंबेचनेसेमुक्तिमिलजाएगी।प्राकृतिकखेतीसस्ती,सरलएवंग्लोबलवार्मिंग(पृथ्वीकेबढ़तेतापमान)कामुकाबलाकरनेमेंसक्षमहै।इसविधिसेखेतीकरनेवालेकिसानोंकोबाजारसेकिसीप्रकारकेउर्वरकऔरकीटनाशकखरीदनेकीजरूरतनहींपड़तीहै।भूमिकेवातावरणसेहीफसलोंकीआवश्यकताओंकोपूराकियाजासकताहै।

फसलोंकीसिंचाईकेलिएपानीएवंबिजलीभीकमखर्चहोतीहै।कुलमिलाकरकहाजासकताहैकिप्राकृतिकखेतीछोटेऔरसीमांतकिसानोंकेलिएकिसीवरदानसेकमनहींहै,क्योंकिवर्तमानमेंखेतीकेलिएबीजों,उर्वरकोंऔरकीटनाशकोंआदिकीभारीकीमतचुकानेकेलिएकिसानोंकोकर्जकासहारालेनापड़ताहै।इससेकिसाननकेवलकर्जमेंडूबरहेहैं,बल्किफसलेंभीजहरीलीहोरहीहैं।अनाजों-सब्जियोंकेमाध्यमसेयहीजहरहमारेशरीरमेंजाताहै।जिससेकैंसरजैसीगंभीरबीमारियांलगातारफैलरहीहैं।यदिहमेंअपनेपरिवार-समाजकोस्वस्थरखनाहैतोहमेंप्राकृतिकखेतीकीओरलौटनाहीहोगा।

(लेखकस्वतंत्रटिप्पणीकारहैं)